अबॉर्शन - एक विकृत सोच का....?! अबॉर्शन - एक विकृत सोच का....?!
अब हमनें धरा को पुनः बचाना है जो टूट चुकी हैं डालियाँ उन्हें फिर से सजाना है। अब हमनें धरा को पुनः बचाना है जो टूट चुकी हैं डालियाँ उन्हें फिर से सजाना ...
कि बेटी को जब सब मारेगें तो फिर किसी के घर बहू कहॉं से आयेगी। कि बेटी को जब सब मारेगें तो फिर किसी के घर बहू कहॉं से आयेगी।
वो क्या है कि किताबी ज्ञान नहीं होता है काफी इन क्षुद्र मानसिकता वाले लोगों के लिए। वो क्या है कि किताबी ज्ञान नहीं होता है काफी इन क्षुद्र मानसिकता वाले लोगों के...
इस समाज का आईना बनूंगी, अगर आज मैं ख़ामोशी से सब सह लूँं तो बेटियों को न्याय नहीं... इस समाज का आईना बनूंगी, अगर आज मैं ख़ामोशी से सब सह लूँं तो बेटिय...
यह कविता भी इन चार लड़कियों के नाम समर्पित है।) यह कविता भी इन चार लड़कियों के नाम समर्पित है।)